एक रहें ईन
एक रहें बीन
एक रहें फत्ते
और एक रहन हम
ईन कहेन अब वोट पड़ेगा
बीन कहेन न कोई न कहेगा
फत्ते कहेन है किलियर सीन
चलौ गुरु जी लादौ टीन
हम बोला कि अबहीं ठहिरौ
अबै तो दद्दा रोग चलि रहा
ईन कहेन सब ठीक ठाक है
बीन कहेन बेमतलब डरि रहा
फत्ते बोले कसौ लंगोटी
चलौ करौ मतदान के ड्यूटी
हम का करतेन जाँय पड़ा फिर
ईन बीन फत्ते के खातिर
करैं प्रधानी बाबू भैया
सज्जन,पाजी, गुंडा शातिर
हमरे जैसे बहुत गुरु जी
लई डिब्बा मतदान का धाये
वोट डलाइन ,गिनती कीन्हेंन
लइ बीमारी वापस आये
चढ़ा ताप औ खांसी आई
हुआ कॅरोना ,शोर मचाए
औषधि का सब भागे दौड़े
औषधि मिली न खटिया पाए
अस्पताल में बेड नही है
दसौ दिशा औ चारौ धाम
खाली बेड रिज़र्व पड़े हैं
ईन बीन फत्ते के नाम
ईन बीन फत्ते का कीन्हेंन
अब आगे का सुनौ हवाल
तीनौ मिलि मैस्कॉट बनाएन
कैसे चीरा जावै माल
ईन धरेन सब रेमडीसीवर
फत्ते लइ आक्सीजन भाग
बीन जरा कमजोर रहैं तौ
एम्बूलेंस चलावैं लाग
ईन बीन फत्ते तीनौ की
भरीं तिजोरी बारह पौ
लोकतंत्र की बलि वेदी पर
शिक्षक मरि गे सोलह सौ
ईन बीन फत्ते तीनौं मिल
करेन घोषणा होगा न्याय
हम सबको हक दिलवाएँगे
बाकी कोई न रहने पाय
ओहिके बाद बन्द कर माइक
बोले फत्ते बीन और ईन
नहीं किसी को कुछ देना है
अपना धरम लेओ सब छीन
ईन कहेन अब मौत का मानक
करना है हमको तैयार
बीन कहेन कोउ कुछौ न पाई
फत्ते बोले जी सरकार
इन कहेन हम बड़े है दानी
बीन कहेन हम बड़े प्रवीन
फत्ते बोले सुनै जमाना
मास्टर मरे हैं केवल तीन
इस महामारी में चुनाव के कारण जान गंवाने वाले सभी शिक्षक गणों को श्रद्धान्जलि ।
---------राम जनम सिंह
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